हादसा बता रहा है सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का असली चेहरा (मानवता हुई तार तार): नर्मदापुरम

गजब किया तेरे वादे पर ऐतबार किया।।
तमाम रात कयामत का इंतजार किया ।।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदा पुरम के चुरना रेंज के बढ़ चापड़ा कैंप अंतर्गत कार्यरत चौकीदार हरिराम धुर्वेआदिवासी (58)जो विगत कई वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहा था ।प्राप्त जानकारी के अनुसार चौकीदार हरिराम पिछले 5 दिनों से लापता था। आज सुबह उसका शव चुरना रेंज के अंतर्गत एक ख़ामदा नदी के किनारे मिला। मृत्यु का कारण अभी ज्ञात नहीं हो पाया है ।हैरत की बात यह है की जब एक शेर लापता होता है तो उसके लिए 90 लोगों की टीम गठित कर उसकी खोज की जाती है लाखों का खर्च किया जाता है लेकिन उन्हीं वनप्राणियों की सुरक्षा और देखभाल करने वाला चौकीदार लापता होता है तो विभाग को उसकी कोई परवाह नहीं होती, दुखद बात यह है कि मृतक के परिवार ने ही अपने परिजन को खोजने का प्रयास किया विभाग ने नहीं,और आज सुबह शव बरामद किया ।। देखा यह गया कि यहां जानवर को तो इंसान से बढ़कर समझा जाता है लेकिन इंसान को इंसान नहीं समझा जाता है । यह बात मानवता को तार तार करने वाली है।इस तरह के व्यवहार से मृतक के परिवार और आदिवासियों में बहुत आक्रोश और गुस्सा है। इस मामले में विभागीय आला अधिकारी कुछ भी कहने से बहुत बच रहे हैं।
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